नव-निर्माण तो होता रहेगा। मेरी दृष्टि से सृष्टि में ।। नव-निर्माण तो होता रहेगा। मेरी दृष्टि से सृष्टि में ।।
चहूँ ओर घोर निराशा के बादल छाए, बता किस विध तुझे मैं मनाऊं माँ।। चहूँ ओर घोर निराशा के बादल छाए, बता किस विध तुझे मैं मनाऊं माँ।।
गुरू पास मेरे खड़े, जो गोबिंद मिलावे।। गुरू पास मेरे खड़े, जो गोबिंद मिलावे।।
कान्हा मेरे ! कान्हा मेरे ! तू है तो दुनियां कितनी हसीन है .. कान्हा मेरे ! कान्हा मेरे ! तू है तो दुनियां कितनी हसीन है ..
मोहन तुम कितना भी छल लो, मैं तेरा कहा ना टालूंगी। मोहन तुम कितना भी छल लो, मैं तेरा कहा ना टालूंगी।
भक्तो की सरकार लगी है ,माता दरबार बोलो जय माता की।। भक्तो की सरकार लगी है ,माता दरबार बोलो जय माता की।।